फेसबुक का निर्माण कब और कैसे हुआ
फैसबुक के सारे प्लेटफार्म ने काम करना बंद कर दिया यह अजीब सी स्थिति थी पूरी दुनिया में यह ऑपरेशंस करीब 6 घंटे के लिए बंद रहे इतनी देर में बहुत से लोगों के लिए दुनिया थम सी गई। बहुत से गतिविधियों पर असर पड़ा ऑफिस कामकाज प्रभावित हुए। आपस में एक दूसरे से जुड़े रहने वाले लोग बेहाल हो गए बाद में पता चला कि यह गड़बड़ी फेसबुक के अतिरिक्त गड़बड़ी थी जो ज्यादा गंभीर हो गई। क्या आपको मालूम है कि जो फेसबुक आज बंद होने पर आपके दिल की धड़कनों को ऊपर नीचे कर देता है उसका जन्म कैसे हुआ था।
फेसबुक का जन्म -
जब पैदा हुआ फेसबुक तब क्या हाल था। अब अगर वह रुक गया तो थम जाएगी दुनिया की सांसेजब कोई डेढ़ दशक पहले फेसबुक का जन्म हुआ था तब दुनिया में किसी का ध्यान इस पर नहीं गया तब यह छोटा था और इसका दायरा भी छोटा था। देखते ही देखते यह सोशल मीडिया का इतना बड़ा प्लेटफार्म हो गया है कि इसके रुकने से लोगों की जिंदगी मे पर असर पड़ने लगती है
वर्ष 2004 में फेसबुक -
क्या आपको मालूम है कि वर्ष 2004 में फेसबुक का जन्म हुआ है। मुख्य वेबपेज मौजूदा फेसबुक से तो एकदम ही अलग था अब सब कुछ बदल चुका है। फरवरी 2004 में जब मार्क जुकरबर्ग ने इसे लांच किया था तो केवल हावर्ड स्टूडेंट के लिए ही था जहां उनके प्रोफाइल होते थे। यह हावडे स्टूडेंट की डायरेक्टरी की तरह इस्तेमाल किया जाता था फेसबुक पर जो पहला चेहरा आया वह गिल्स बैंड के लीड सिंगर पीटर वोल्फ थे तब इसका नाम द फेसबुक था।
वर्ष 2005 में फेसबुक -
वर्ष 2004 में फेसबुक के लॉन्च होने के एक साल बाद इसके होमपेज का चेहरा कुछ चेंज हो गया। इसे अमेरिका की यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट के लिए खोल दिया गया इसके पेज पर स्टूडेंट की प्रोफाइल की फोटो के साथ खुलने लगी थी फेसबुक पर आने वाले स्टूडेंट भी बढ़ने लगे थे हालांकि वर्ष 2004 में लॉन्च एक हफ्ते बाद ही इसके फाउंडर मार्क जुकरबर्ग तब विवादों में आ गए जबकि हावर्ड के ही उनके तीन सीनियर ने आरोप लगाया कि यह पूरा आइडिया। उनका था जिसे जुगर बर्ग ने चुराया है
वर्ष 2006 में फेसबुक -
वर्ष 2006 से फेसबुक को और विस्तार दिया गया अब यह केवल हावर्ड और अमेरिकी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट के लिए ही सोशल मीडिया वेबसाइट नहीं थी बल्कि कोई भी इस का मेंबर बन सकता था। बस उसकी उम्र कम से कम 13 साल की होनी चाहिए थी संदेशों के आदान-प्रदान के साथ-साथ अब इसमें फ्रेंड्स बनाने का विधि ज्यादा आसान हो गया था वर्ष 2006 के फेसबुक का यह पेज मार्क जुगर बर्ग की तस्वीर के साथ उनकी प्रोफाइल दिखा रहा है
वर्ष 2007 में फेसबुक -
वर्ष 2007 तक फेसबुक के फीचर्स में कई बदलाव और आ गए जो लोगों को कहीं ज्यादा इस प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए आकर्षित करने लगे थे फेसबुक एक बड़ी कंपनी में तब्दील होने लगी थी स्टेटस अपडेट के साथ फोटो शेयरिंग की सुविधा देने लगी थी एक लाख बिजनेस पेज थे इन्हें ग्रुप के तौर पर शुरू किया गया था बाद में उन्हें कंपनी पेज के तौर पर प्रमोट कर दिया गया।
वर्ष 2008 में फेसबुक-
वर्ष 2008 में फेसबुक अकाउंट पर अपने यूजर्स के लिए फिर बदला हुआ था हालांकि कंपनी को एक विवाद से छुटकारा मिल गया था। मार्क जुगर बर्ग ने हावर्ड के उन 3 सिनीयर्स के साथ विवाद सुलझा दिया था जिन्होंने अदालत में जाकर उनके खिलाफ प्रोजेक्ट को चुराने का आरोप लगाया था। हालांकि इसके बदले जूगर बर्ग को मोटी रकम चुकानी पड़ी अक्टूबर 2008 में फेसबुक ने अपना इंटरनेशनल आयरलैंड के डबलिनन में स्थापित कर दिया।
वर्ष 2009 में फेसबुक -
सितंबर 2009 में शुरू हो जाने की घोषणा की थी यह आमदनी एड रेवेन्यू से हो रही थी फेसबुक के ट्रैफिक में असली तेजी 2009 के बाद आनी शुरू हुई ।
यह फेसबुक वर्ष 2010 में बदल चुका था जब टेक्स्ट मैसेज के साथ फोटो भी पोस्ट होने लगी थी। जुलाई 2010 में कंपनी ने घोषणा की कि उसके 5 वर्ष हो चुके हैं कंपनी डाटा के अनुसार आधे मेंबर और फेसबुक पर इस्तेमाल कर रहे हैं
2011 की शुरुआत में फेसबुक में हेड क्वार्टर को कैलिफोर्निया ले जाने की घोषणा की उसी दौरान यह भी पता लगा कि नियमों के उल्लंघन की वजह से फेसबुक रोज तकरीबन 20000 यूजर्स की प्रोफाइल हटा रहा है जून 2011 में फेसबुक के पेज व्यू 1 ट्रिलियन तक पहुंच गए गूगल के बाद यह अमेरिका की दूसरी सबसे ज्यादा विजिट की जाने वाली साइट बन गई
वर्ष 2012 में फेसबुक में एक बड़ा बदलाव हुआ फुल पेज के साथ यूजर्स का एक पर्सनल पेज भी क्रिएट किया गया जिसमें उसे कवर फोटो लगाने की सुविधा दी गई इस पेज का लोगो इस तरह था वर्ष 2012 में फेसबुक का आईपीओ बाजार में आया जो काफी हिट रहा इसकी मार्केट पूंजी 104 billion-dollar तक पहुंच गई फेसबुक अपना रेवेन्यू ज्यादातर एड से हासिल करता है जो इसके स्क्रीन पर आते हैं
यह फेसबुक का मौजूदा रूप है लेकिन पिछले दिनों करोड़ों लोगों के पर्सनल डाटा लीक होने के बाद इस साइट में बड़े पैमाने पर बदलाव की बात कही जा रही है इसका असर शायद हम आने वाले दिनों में देखेंगे
फेसबुक विजिट के मामले में गूगल के बाद अब दूसरे नंबर की साइट है इसके एक्टिव यूजर्स 2.6 बिलियन (वर्ष 2020 तक) के ऊपर हो चुके हैं । यह 104 भाषाओं में हैं इसका 85965 मिलियन डॉलर से कहीं ज्यादा है जबकि शुद्ध मुनाफा 29146मिलियन डॉलर दुनिया भर में इसके 58604 वर्ष (2020 तक) कर्मचारी हैं फेसबुक ने पिछले दिनों कई कंपनियों को टेकओवर किया है।
फेसबुक ने हालांकि अभी पूरी तरह से यह साफ नहीं किया है कि उसकी वह कौन सी आंतरिक गड़बड़ी थी जिसके जिसने इस के पूरे ऑपरेशंस को 6 घंटे के लिए ठप कर दिया इससे फेसबुक के शेयर 4 रनों की थी गिर गए शायद फेसबुक में कुछ आंतरिक बदलाव हो रहे थे जिस में गड़बड़ी हुई और फिर गड़बड़ी होती गई जिसे संभालना नहीं जा सका लेकिन इस मामले में बता दिया है कि आज की दुनिया में सोशल मीडिया का क्या मतलब है और इसके बंद होने पर क्या होते हैं ।
नोट -
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