स्वादिष्ट भोजन स्वास्थ शरीर
स्वास्थ्य व्यक्ति वह है जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ हो हमारा स्वास्थ्य उत्तम रहे हम सर एवं मानसिक दृष्टि से भी स्वस्थ रहें इसके लिए हमें अपने शरीर शारीरिक अंगों और उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी अवश्य होनी चाहिए यदि हमारा परिवेश स्वस्थ नहीं होगा और हम अपने शरीर की स्वच्छता का ध्यान नहीं रखेंगे तो हम अब स्वस्थ हो जाएंगे अच्छी आदतें संतुलित आहार एवं संतुलित जीवन स्वास्थ्य को नहीं समुदाय अर्थात समुदाय के लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है स्वास्थ्य कुछ आंतरिक तथा बाह्य कारकों से प्रभावित होता है आंतरिक है शरीर के अंग आदि का सुचारू रूप से कार्य ना करना वाहे कारकों के अंतर्गत असंतुलित भोजन रोग फैलाने वाले सूक्ष्म जीव बुरी आदतें तथा पर्यावरण प्रदूषण आते हैं
अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन
सामान्यता हम दिन भर जो कुछ भी खाते हैं उसे भोजन कहते हैं हमारे भोजन में शरीर की वृद्धि और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए वे सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में होने चाहिए कोई भी पोषक तत्व आवश्यकता से अधिक क्या आवश्यकता से कम नहीं होना चाहिए ऐसा भोजन जिसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में होते हैं भोजन कहलाते हैं संतुलित भोजन में कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन वसा खनिज लवण एवं विटामिन नाम के पदार्थ होते हैं इनका वर्गीकरण शरीर की आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है जिनकी व पूर्ति करते हैं।
कार्बोहाइट्रेड - उर्जा प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ
वसा - पुण्य प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ
प्रोटीन- शरीर निर्माण करने वाले खाद्य पदार्थ
खनिज लवण एवं विटामिन - शरीर की प्रतिरक्षा करने वाले खाद्य पदार्थ
हमारे भोजन में पर्याप्त मात्रा में रेशेदार खाद्य पदार्थ तथा जल भी होना चाहिए क्या प्रत्येक आयु वर्ग के व्यक्तियों को एक ही प्रकार के भोजन की आवश्यकता होती है क्या हमारा संतुलित भोजन हमारे कार्यों पर निर्भर करता है यह आवश्यक नहीं है कि रोज भरपेट भोजन करने वाले व्यक्ति के भोजन में सभी पोषक तत्व उपस्थित हों क्योंकि कभी पर्याप्त भोजन करने के बाद भी भोजन में किसी विशेष पोषक तत्व की कमी हो सकती है यदि यह पोषक तत्व भोजन में लंबे समय तक ना दिया जाए तो उनका अभाव शरीर में रोग या विकृतियां उत्पन्न कर सकता है इन्हें ही हीनता जन्य रोग कहते हैं
विटामिन और खनिज लवण के अभाव के कारण होने वाले कुछ रोग
1-विटामिन/खनिज - A
रोग -रतौंधी
लक्षण - कमजोर दृष्टि, रात में कम दिखाई देना ,अंधापन
प्राप्ति के स्त्रोत- मछली का तेल, गाजर ,कुम्हड़ा आदि।
2- विटामिन/खनिज -B1
रोग -बेरी बेरी
लक्षण -दुर्बल पेशियां और काम करने हेतु ऊर्जा में कमी
प्राप्ति के स्त्रोत- हरी पत्तेदार सब्जियां, चना ,टमाटर, सोयाबीन, नारियल, अंडा इत्यादि।
3-विटामिन/खनिज -C
रोग -स्कर्वी
लक्षण - मसूड़ों से रक्त निकलना, घाव भरने में अधिक समय लगना
प्राप्ति के स्त्रोत- खट्टे फल ,नींबू,आंवला, लाल मिर्ची आदि
4-विटामिन/खनिज -D
रोग -रिकेट्स
लक्षण -हड्डियों का टेढ़ा मेढा व मुलायम हो जाना
प्राप्ति के स्त्रोत- मक्खन, अंडा, मछली, सूर्य का प्रकाश
5- विटामिन/खनिज - कैल्सियम
रोग - अस्तियां कमजोर होना और दंतक्षय
लक्षण - अस्तियां कमजोर होना और दंतक्षय
प्राप्ति के स्त्रोत- दूध दही केला आदि
6 -विटामिन/खनिज -आयोडीन
रोग घेंघा (गायटर)
लक्षण -गर्दन की ग्रंथि का फूल जाना ,बच्चों में मानसिक विकलांगता
प्राप्ति के स्त्रोत - आयोडीन युक्त नमक
7 - विटामिन/खनिज -लोहा
रोग अरकत्ता
लक्षण - कमजोरी
प्राप्ति के स्त्रोत- पालक,मक्का
नोट -
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